Property Builders | Poetry by Nitin Bhavsar


" Property Builders" "प्रॉपर्टी बिल्डर्स "

कमाई होतो, बड़े शहरो के बिल्डर्स जैसी ,
लगाओ लाखो में पैसा, कमाओ अरबो में इसकी ऐसी की तेसी ||

बिल्डर तो लगता है के जैसे हो दूध वाला,
और हम आम जनता है उसको मोटा दूध देने वाली भैसी ||

थोडा भी नेगोशियेशन करो तो कहता है,
साहब आप बात करते है कैसी?
भला इतनी सेलरी भी कहा किसी को मिलती है आप जैसी ?

मानो ना मानो प्रोपर्टी के बढ़ रहे दाम हमारी ही चूक है,
इसके बावजूद जाओ कही घर देखने, तो सुनते है
सर हमारा प्रोजेक्ट आलमोस्ट पूरा बुक है !!

बदल रहा है जमाना, कपड़ो से महंगे अब बूट है
मेहनत से पैसा कमाए हम,
और मचा रहे ये बिल्डर्स खुले आम लूट है !!

24X7 सिक्यूरिटी, कम्युनिटी हॉल, जीम, स्विमिंग पूल है हमारे यहाँ
ये सब बिल्डर्स के पिलाये मीठे घुठ है,
खरीद लो जब मकान फिर दीखता नहीं ये सब कुछ,
फिर अहसास होता है के ये बिल्डर शब्द ही झूठ है ||

पता है उसे के सब व्यस्त है अपने जीवन और नौकरियों में,
कोई ना एक्शन लेगा
फिर चलते अपने इसी अनुभव के तहत,
वो कही ओर किसी ओर को ठगेगा!!

हम सब यू ही भेड़ बकरियों की चाल चलते जाएंगे,
बिना प्रोपर्टी वेल्युअशन के धड़ाधड़ बुकिंग करते चले जाएंगे ||

बिल्डर का क्या है वो तो फटाफट खड़ी करता है बिल्डिंग
बस हम भी फिर औरो की तरह जिंदगी भर,
बैंक का लोन भरते चले जाएंगे !!

लेना पड़ रहे है महंगे मकान, क्या करे
ये हमारी ही पैदा की हुई मज़बूरी है
बिल्डर तो खाता आया है ओर आगे भी खाता रहेगा
पकवान मेवा सदा,
मैंने अभी अभी दाल में रोटी चूरी है !!

बिल्डर्स की इस दुनिया में,
देखो में कितना महान हू,
खिला रहा हू उसको मेवा ओर चला रहा
अपनी छोटी सी दूकान हूँ !!

अरे बिल्डर भाई थोड़े सस्ते मकान बेच दोगे
तो क्या चला जायेगा तुम्हारा
आखिर में भी तो एक इंसान हूँ
अपने ही कंधो पर बाद रही होम लोन की थकान हूँ

तुम चला रहे हो महंगाई के तीर
ओर में उन करोड़ो में से एक तुम्हारी कमान हूँ !!

जय हिंद जय भारत !!
Nitin Bhavsar, INDIA

Post a Comment

0 Comments