कौन कहता है कि मेरा देश ग़रीब है? | ft. Nitin Bhavsar

कौन कहता है कि मेरा देश ग़रीब है, कुछ दिन पहले मैं गन्ने का जूस लेने गया तो मैंने दुकान वाले से पूछा भैया एक गिलास कितने का? वह बोला भैया 10 रुपया। मैंने बोला भैया बिना बर्फ़ का कितने का है? तो वो बोला भैया 15 रुपया। फिर मैंने कहा ठीक है भैया 4 ग्लास पार्सल देदो। फिर मैंने उसको सत्तर रुपये दिए क्योंकि मेरे पास खुला एक 50 का एक नोट और एक 20 का नोट था। फिर जब उसने मुझे पार्सल दिया तब उसके साथ वो दस रुपये भी लौटाने लगा, तब मैंने उससे कहा कि भैया ये 10 रुपया आपके पास ही रहने दो और जब कोई ग़रीब प्यासा भिखारी आपकी दुकान से गुज़रे तब दोस्त उसको मेरी तरफ़ से आप पिला देना। फिर उसका जवाब दिल जीतने लायक था वो बोला की भैया आप पैसे रख लीजिए, मैं ऐसे ही पिला दूँगा किसी भी ज़रूरतमंद को। उसकी हालत और दुकान छोटी थी इसलिए भी मैंने उससे जूस लेने की सोची लेकिन मज़ा तब आया जब उसका बड़ा दिल देखने को मिला। मेरे लिया एक अच्छा अनुभव था तो सोचा क्यूँ ना शेयर किया जाए। अपना ध्यान रखिए, धन्यवाद।

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