Happy Makar Sankranti | ft. Nitin Bhavsar

https://drive.google.com/uc?export=view&id=1zNULXEUkLM0xIH4H6ZEo0FpXRii9EEAYज़िंदगी पतंग है या फिर पतंग ही ज़िन्दगी है ?
A Life is a Kite.. Is that a Kite is Life?
एक पतंग जब दुनिया में आती है तब बड़े प्यार से और संभाल कर उसको घर लाया जाता है, उससे दुनिया से लड़ने लायक बनाने के लिए बड़े प्यार से गोदी में रखकर उसकी जोत (संस्कार) बांधे जाते है । फिर उसे गीर्री (जीवन चक्र) अपने से जोड़कर बढ़ना सिखाती हो । गीर्री के दोनों कोने (माता- पिता) आपके साथ हमेशा रहते है और उसके वज़न (परवरिश) का भार अच्छे से संभालते है और आगे बढ़ने में आपकी मदद करते है । फिर आपकी पतंग नकर-चकर करती है (उतार - चढ़ाव)फिर आप उड़ते है (पढ़ाई- लिखाई), और उड़ते है (नौकरी), दूसरी पतंग से मिलते है (शादी) और फिर कट लेते है (बेटी मायके से और बेटा उसके हाथों से बने खाने के जायके से) और गीर्री अपनी दूसरी पतंग को बढ़ाती है और बस यू ही हवा (संसार) में अपनी पतंगों की यादें भुनाती रहती है । संक्रांति की ढेरों शुभकामनाएं । Regards - Nitin Bhavsar


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